5 Simple Techniques For shiv chalisa lyrics aarti

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥

प्रतिदिन शिव चालीसा का पाठ करने से आपके जीवन की कठनाईया दूर होती हैं ।

देवन जबहीं जाय पुकारा । तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥

लाय सजीवन लखन जियाये। श्री रघुबीर हरषि उर लाये।।

जुग सहस्र जोजन पर भानु। लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।

शिव चालीसा के माध्यम से आप भी अपने दुखों को दूर करके शिव की अपार कृपा प्राप्त कर सकते हैं।

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

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अर्थ: हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ राम दूत अतुलित बल धामा

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर । भये प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥

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